मोटर न्यूरॉन रोग एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें शरीर की मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाले न्यूरॉन्स यानी तंत्रिका कोशिकाएं डैमेज हो जाती हैं। इसकी वजह से मांसपेशियों में कमजोरी, लकवा और अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। यह एक गंभीर और जटिल समस्या है, जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि, मोटर न्यूरॉन रोग के घरेलू उपाय से इसके लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। लेकिन, इस बीमारी के उपचार विकल्प से पहले हम मोटर न्यूरॉन रोग के लक्षण और कारणों पर चर्चा करेंगे।
मोटर न्यूरॉन रोग के लक्षण हर व्यक्ति में अलग होते हैं। यह लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और समय के साथ ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। इसके ऐसे ही कुछ लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
आयरन- मोटर न्यूरॉन रोग में आयरन का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, बीन्स, नट्स, आयरन से भरपूर अनाज और फलों का सेवन कर सकते हैं। इससे मांसपेशियों की कमजोरी दूर करने और रक्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
विटामिन-बी12- मोटर न्यूरॉन रोग में तंत्रिका कोशिकाएं डैमेज हो जाती हैं, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, दर्द और ऐंठन महसूस होती है। हालांकि, विटामिन-बी12 तंत्रिका कोशिकाओं की संरचना को स्वस्थ रखता है और इस प्रक्रिया को धीमा करके आपको सभी समस्याओं में राहत दे सकता है। शरीर में विटामिन-बी12 की कमी को दूर करने के लिए आप दूध, डेयरी प्रॉडक्ट और विटामिन-बी12 युक्त अनाज का सेवन कर सकते हैं।
विटामिन-डी- विटामिन-डी के सेवन से आप तंत्रिका तंत्र के कार्यों में सुधार कर सकते हैं, जिससे मोटर न्यूरॉन रोग की प्रोग्रेस धीमी हो सकती है। साथ ही विटामिन-डी से मांसपेशियों को ताकत देने और सूजन कम करने में भी मदद मिलती है। सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है। इसके अलावा आप विटामिन-डी युक्त डेयरी प्रॉडक्ट और अनाज का सेवन भी कर सकते हैं।
कैल्शियम- मोटर न्यूरॉन रोग में कैल्शियम के सेवन से आपको कई फायदे प्राप्त हो सकते हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है, सूजन घटाता है और मांसपेशियों के संकुचन या ऐंठन की समस्या में सुधार करता है। इसके लिए आप दूध, दही, पनीर, मक्खन और दूध से बने खाद्य पदार्थों के साथ-साथ हरी पत्तेदार सब्जियों, बादाम और कैल्शियम युक्त अनाज का सेवन कर सकते हैं।
योग और प्राणायाम- नियमित योग और प्राणायाम से मोटर न्यूरॉन रोग में सकारात्मक नतीजे प्राप्त हो सकते हैं। इसके उपयोग से मांसपेशियों का लचीलापन बढ़ाने और तनाव कम करने में मदद मिल सकती है। साथ ही इससे आपके तंत्रिका तंत्र में सुधार होता है और सांस लेने में कठिनाई की समस्या भी दूर होती है।
मालिश- नीम, तिल या नारियल के तेल से मालिश मोटर न्यरॉन रोग में बहुत फायदेमंद हो सकती है। यह तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों को ताकत देने में भी फायदेमंद हो सकते हैं। साथ ही इनसे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों को आराम मिल सकता है। इसके लिए आप सूर्य नमस्कार, भ्रामरी, कपालभारती, वृक्षासन, ताड़ासन और शवासन का प्रयोग कर सकते हैं।
अच्छी नींद और आराम- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए अच्छी नींद लेना और पर्याप्त आराम करना बहुत जरूरी है। इससे मांसपेशियों के कार्य में सुधार होता है और उन्हें ताकत मिलती है। साथ ही यह उपचार विकल्प मांसपेशियों की अकड़न और ऐंठन में सुधार करने के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है।
मोटर न्यूरॉन रोग के लक्षण प्रत्येक व्यक्ति में अलग हो सकते हैं। आमतौर पर इस बीमारी के लक्षण धीरे-धीरे स्पष्ट होते हैं और सही समय पर इलाज नहीं मिलने से समस्या गंभीर हो सकती है। ऐसे में मोटर न्यूरॉन रोग के घरेलू उपाय आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। लेकिन आप केवल इन उपायों पर ही निर्भर न रहें और कोई भी उपचार विकल्प चुनने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। मोटर न्यूरॉन रोग के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार या किसी अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए आप कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में सम्पर्क कर सकते हैं। यहां आप भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टरों से मोटर न्यूरॉन रोग का आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त कर सकते हैं। सेहत से जुड़े ऐसे ही अन्य ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
Second Floor, 77, Block C, Tarun Enclave, Pitampura, New Delhi, Delhi, 110034