पैरों में सूजन आना कोई आम समस्या नहीं है। इसे सामान्य बात समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। वैसे तो ये समस्या उन्हें होती है, जो लोग देर तक खड़े रहते हैं, लेकिन ये समस्या उन लोगों को भी हो जाती है, जिन्हें किडनी की बीमारी होती है, क्योंकि किडनी की बीमारी में टखनों और पैरों में सूजन आ जाती है, जो नुकसानदायक हो सकती है। ऐसा तब होता है, जब किडनी सही से काम नहीं करती और पैरों में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे पैरों में सूजन आ जाती है, लेकिन बता दें कि पैरों में सूजन आने की आयुर्वेदिक दवा से इसका इलाज किया जा सकता है। आइए, पैरों में सूजन आने के कारण, लक्षण और उपाय जान लेते हैं -
1) दिल से जुड़ी बीमारियां
2) पैर में मोच आ जाना
3) ज्यादा दूर तक सैर करना
4) पैरों को लटकाकर बैठना
5) ज्यादा देर तक खड़े रहना
6) हाई बीपी की समस्या
7) रीनल फेलियर
8) ज्यादा वजन बढ़ना
9) किडनी की बीमारी
1) नींबू - नींबू में सूजन-रोधी गुण होते हैं। नींबू में दालचीनी और जैतून का तेल मिला लें। इस पेस्ट को पैरों पर लगाकर रखने से पैरों की सूजन में आराम मिल सकता है।
2) धनिया - पैरों में सूजन को ठीक करने के लिए एक कप पानी को उबालकर रखें और उसमें साबुत धनिया डाल दें। इसे उबालकर पकाने के बाद छानकर पी लें। इस पानी को पीने से पैरों में आ रही सूजन से राहत मिल जाएगी।
3) जौ का पानी - वहीं पैरों में सूजन आने पर जौ का पानी पी लें। इस पानी को पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलने लगेंगे। यहां तक कि इससे पैरों में आ रही सूजन से भी आराम मिल जाएगा।
4) बर्फ की सिकाई - आप पैरों में सूजन से राहत पाने के लिए एक आइसपैक लें और उससे पैरों की सिकाई कर लें। बर्फ से ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इस सिकाई को करने से पैरों में आ रही सूजन और दर्द दोनों से राहत मिलती है।
5) बेकिंग सोडा - वहीं बेकिंग सोडा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ऐसे में थोड़ा-सा बेकिंग सोडा लेकर उसमें उबला हुआ चावल का पानी मिलाकर उसका पेस्ट बनाएं और पैरों पर लगा लें। ऐसा करने से आपको बहुत राहत मिलेगी। इससे पैरों का ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक होता है।
तो जैसा कि आपने जाना कि पैरों में सूजन की आयुर्वेदिक दवा की मदद से इस समस्या में राहत पाई जा सकती है। ऐसे में आप भी इन उपायों को करके आराम पा सकते हैं।
अगर आपको भी पैरों में सूजन या उससे जुडी किसी और तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में आकर करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से किडनी और अन्य कई बीमारी के रोगियों का इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों का इलाज कर रहे हैं, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेलियर का इलाज कर रहा है।
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