क्रोनिक किडनी रोग के घरेलू उपाय

क्रोनिक किडनी रोग एक एसा रोग है जो समय के साथ किडनी के कार्य करने की क्षमता को कम कर देता है और ये समस्या समय के साथ और भी गंभीर हो जाती है इसलिए इसका जल्द से जल्द इलाज कराना बहुत ज़रुरी होता है वरना किडनी फेलियर जैसी समस्या भी आ सकती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको क्रोनिक किडनी रोग के घरेलू उपाय के बारे में बताएँगे। ये किन कारणों से होते हैं और इनके लक्षणों पर भी ध्यान देंगे।

क्रोनिक किडनी रोग के कारण

क्रोनिक किडनी रोग के लक्षण

  • पैर और चेहरे में सुजन
  • थकान और कमज़ोरी
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • उल्टी
  • भूख न लगना
  • रुखी त्वचा
  • पेशाब के समय परेशानी
  • नींद ना आना

क्रोनिक किडनी रोग के घरेलु उपाय

  • सोडियम और चीनी की मात्रा कम करना
  • प्रोटीन को बैलेंस रखना
  • हरी पत्तेदार सब्जियां
  • पोटैशियम की मात्रा को कम लेना
  • गिलोय

सोडियम और चीनी की मात्रा कम करना - हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज दोनों ही क्रोनिक किडनी रोग के बड़े कारण हो सकते हैं इसलिए हम सोडियम और चीनी को कम करना चाहिए क्योंकि नमक हमारे शरीर में सोडियम की मात्रा को बढ़ाता है जिसे हाई ब्लडप्रेशर की समस्या होती है और सोडियम की मात्रा ज़्यादा होने पर किडनी को अपना कार्य करने में भी परेशानी आती है।

चीनी की वजह से डायबिटीज की समस्या बढ़ सकती है। जिसे क्रोनिक किडनी रोग के लक्षण और भी बढ़ सकते है और इसे ओबेसिटी, हृदय रोग जेसी और भी गंभीर समस्याएं आ सकती हैं

जानकारी - कोशिश करें की पैक्ड फ़ूड से आप दूर रहें क्योंकि उनमें शुगर और नमक की मात्रा बहुत होती है यदि आप उसे प्रयोग में ले भी रहें हैं तो उनके लेबल को ध्यान से पढ़ें।

प्रोटीन को बैलेंस रखना - जब हम ज़्यादा प्रोटीन लेते हैं तो हमारे शरीर में प्रोटीन के कारण भी अवशिष्ट पदार्थ बनते हैं जिस वजह से किडनी पर उसे फ़िल्टर करने के लिए ज़्यादा ज़ोर पड़ता है। इसलिए प्रोटीन की मात्रा आहार में कम ही रखें हाई प्रोटीन वाले खाद्य शरीर में ब्लड प्रेशर और शुगर को बढ़ा सकते हैं।

जानकारी - प्रोटीन आपके आहार के लिए ज़रुरी है पर कितना लेना है ये आपको चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिये।

हरी पत्तेदार सब्जियां - हरी पत्तेदार सब्जियां सीधे किडनी रोग को नहीं पर बहुत हद तक इनके कुछ लक्षणों को कंट्रोल कर सकती है इनमे एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होते हैं जो किडनी के सेल डैमेज होने से उसे बचाते हैं और ये ब्लडप्रेशर भी कम करने में मदद करता है और आयुर्वेद में क्रोनिक किडनी रोग के लिए भी ये अच्छा उपचार है।

जानकारी - हरी पत्तेदार सब्जियों को एक निश्चित मात्रा में ही खाएं क्योंकि इनमे पोटैशियम और फॉस्फोरस होते हैं जो किडनी के गंभीर रोग के लिए और भी हानिकारक होते हैं।

पोटैशियम की मात्रा को कम लेना - एक स्वस्थ किडनी पोटैशियम को यूरिन के रास्ते निकालकर फ़िल्टर कर देती है पर क्रोनिक किडनी रोग के कारण हमारी किडनी पोटैशियम को फ़िल्टर नहीं कर पाती है। जिसे किडनी पर और धीरे धीरे मांसपेशियों पर भी ज़ोर पड़ने लगता है इसलिए हाई पोटैशियम वाले फल, सब्जी और सभी समग्री को अवॉयड करें।

जानकारी - यदि आप कम पोटैशियम वाले फल भी खा रहें हैं तो उससे ज़्यादा मात्रा में न खाएं।

व्यायाम और एक्सरसाइज - व्यायाम और एक्सरसाइज क्रोनिक किडनी रोग की अवस्था में बहुत ज़रुरी है क्योंकि बहुत से एक्सरसाइज ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

जानकारी - कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से ज़रूर सम्पर्क करें वो रोग के स्टेज के हिसाब से कौन सा एक्सरसाइज ठीक है वो बताएँगे।

आज इस आर्टिकल में हमने जाना किडनी रोग के घरेलु उपाय जो बहुत आसान भी हैं, यदि आपको इसमें से किसी भी उपायों में परेशानी या शंका हो तो डॉक्टर से ज़रूर सम्पर्क करें और यदि आपको भी किडनी से जुडी एसी कोई भी समस्या है तो आप भी कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में क्रोनिक किडनी रोग के बेस्ट डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं और एसे ही हेल्थ से जुड़े आर्टिकल्स और ब्लोग्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

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