आयुर्वेद में न सिर्फ साधारण-सी दिखने वाली बीमारियां, बल्कि पुरानी ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनका इलाज संभव है। इन बीमारियों में दमा, अर्थराइटिस, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी कई बीमारियां शामिल हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आता है कि क्या आयुर्वेद से किडनी ठीक हो सकती है
तो बता दें कि आयुर्वेदिक दवाओं से किडनी की बीमारी का इलाज किया जा सकता है। आयुर्वेद के द्वारा खराब हो रहे किडनी सेल्स दोबारा ठीक हो सकते हैं। आयुर्वेद की एक खास बात ये भी है कि इसमें एलोपैथिक दवाओं की तरह साइड-इफेक्ट्स नहीं होते हैं। ऐसे में आयुर्वेद में किडनी का इलाज संभव है। आयुर्वेद में किडनी को सही रखने के लिए कई तरीके बताए गए हैं, जिनसे किडनी की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
1) पंचकर्म - आयुर्वेद द्वारा शरीर के अंदर और बाहर दोनों जगहों से जहरीले तत्व निकालने में मदद मिलती है। पंचकर्म की मदद से किडनी की बीमारी को ठीक किया जा सकता है।
2) जीवन-शैली में बदलाव - किडनी अच्छे और सही तरीके से काम करें, इसके लिए सही समय पर सोना-जागना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए व्यक्ति को बिना रुकावट के पूरी नींद लेनी चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, आपको रोजाना के रूटीन में योग शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही आप शरीर से तनाव कम करने के लिए योगासन भी कर सकते हैं।
3) जड़ी-बूटियां - आयुर्वेद में किडनी का इलाज जड़ी-बूटियों द्वारा भी किया जा सकता है। इसके लिए आप वरुण, अजवाइन, अजमोद जैसी जड़ी-बूटियों की मदद ले सकते हैं। इन जड़ी-बूटियों की मदद से किडनी स्टोन को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। इस आयुर्वेदिक इलाज से किडनी को प्राकृतिक रूप से ठीक किया जा सकता है।
4) खान-पान में बदलाव - किडनी को ठीक करने के लिए खान-पान में बदलाव किया जा सकता है। बता दें कि खाने-पीने में बदलाव करके किडनी को लंबे वक्त तक स्वस्थ रखा जा सकता है। इसके लिए सही बैलेंस्ड डाइट होना भी बेहद जरूरी है।
आप सही बैलेंस्ड डाइट के लिए अपनी डाइट में कुलथी की दाल शामिल कर सकते हैं। इससे आपकी किडनी की सेहत में सुधार आ जाएगा। वहीं ये दाल स्टोन को गलाने में भी मदद करती है।
अगर आप सोच रहे हैं कि क्या आयुर्वेद में किडनी का इलाज संभव है ?, तो बता दें कि हां आयुर्वेदिक दवाइयों से किडनी की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
आप किडनी में आ रही किसी भी समस्या का इलाज कर्मा आयुर्वेदा में भी करवा सकते हैं, जहां साल 1937 से किडनी रोगियों का इलाज किया जा रहा है जिसे वर्तमान में डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत ने केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में किडनी की बीमारी से ग्रस्त मरीजों का इलाज आयुर्वेद द्वारा किया है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद में किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है
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