किडनी स्टोन (Kidney Stone) या दुर्दे की पथरी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी के अंदर छोटे-छोटे ठोस पत्थर (Stone) बन जाते हैं। किडनी स्टोन की समस्या पेशाब में मौजूद कई पदार्थों के कारण हो सकती है, जैसे केल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड, मैग्नीशियम, अमोनियम और फॉस्फेट। आमतौर पर किडनी स्टोन रेत जितना छोटा या मटर के दाने जितना बड़ा भी हो सकता है। कई बार इलाज नहीं किए जाने या देर से उपचार करने पर किडनी स्टोन, किडनी की कार्यप्रणाली में रुकावट की वजह भी बन सकता है, जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि किडनी स्टोन के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
किडनी स्टोन के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं, जो आगे चलकर कई गंभीर समस्याओं का कारण बनते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
किडनी स्टोन के विकास में कई जोखिम कारक और कारण शामिल हो सकते हैं, जैसे:
किडनी स्टोन के कुछ सामान्य प्रकार नीचे दिए गए हैं:
किडनी स्टोन के लिए सबसे अच्छी दवा के कई विकल्प हैं, जैसे:
ज्यादा पानी पिएं- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना किडनी स्टोन के उपचार का आसान और प्रभावी तरीका है। इससे किडनी स्टोन को छोटे आकार में तोड़ने और पेशाब के ज़रिए शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है। शरीर में पानी की ज्यादा मात्रा किडनी पर पड़ रहे दबाव को कम और किडनी को डिटॉक्स करके स्टोन बनने की संभावना कम करती है।
खट्टे फलों का सेवन- किडनी स्टोन में नींबू, संतरा, कीवी और अंगूर जैसे खट्टे फलों का सेवन बहुत फायदेमंद है। इनमें मौजूद सिट्रिक एसिड किडनी स्टोन को घोलने और उसे टुकड़ों में तोड़ने में मदद करता है। खट्टे फलों में पानी की उच्च मात्रा होती है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है और आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है।
पपीते के बीज- पपीते के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं, जो किडनी को डिटॉक्स और सूजन को कम करते हैं। इसके अलावा पपीते के बीजों में पेपेन एंजाइम और ड्यूरेटिक गुण होते हैं, जिससे स्टोन को तोड़ने और यूरिन फ्लो को बढ़ावा देकर स्टोन को निकालने में मदद मिलती है।
सेब का सिरका- किडनी स्टोन के लिए सेब का सिरका सबसे अच्छी दवा है। इसमें सिट्रिक एसिड की उच्च मात्रा होती है, जिससे किडनी स्टोन आसानी से घुल जाता है। सेब का सिरका शरीर में हाइड्रेशन का स्तर बनाए रखता है, जिससे स्टोन को बाहर निकालने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। साथ ही इससे किडनी स्टोन से जुड़ी समस्याएं भी कम होती हैं।
भीगी हुई किशमिश- भीगी हुई किशमिश का सेवन किडनी स्टोन के उपचार का प्राकृतिक इलाज हो सकता है। इसमें विटामिन-सी, फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ मैग्नीशियम, फाइबर और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो किडनी स्टोन को बाहर निकालते हैं। रातभर भिगोकर रखी हुई किशमिश का सेवन करने से किडनी की कार्यप्रणाली और पाचन क्रिया में सुधार होता है। इसके अलावा किशमिश शरीर में एसिड-एल्कलाइन बैलेंस बनाए रखती है, जिससे किडनी स्टोन का जोखिम भी कम होता है।
संतुलित आहार- संतुलित आहार किडनी स्टोन से बचाव और उपचार का सबसे अच्छा विकल्प है। इसके लिए आप फाइबर से भरपूर ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल और साबुत अनाज का सेवन कर सकते हैं। साथ ही आहार में कम नमक का उपयोग करें, प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड से बचें, कैल्शियम, सोडियम या प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ ज्यादा खाने से परहेज करें। इसके अलावा चाय और कॉफी के सेवन को सीमित करना भी जरूरी है, क्योंकि इनसे किडनी स्टोन का जोखिम बढ़ सकता है।
नियमित व्यायाम- व्यायाम से वजन को नियंत्रित करने, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने, तनाव कम करने, शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने जैसे फायदे मिल सकते हैं। इससे अपशिष्ट पदार्थ शरीर से बाहर निकलते हैं और किडनी की कार्यप्रणाली में भी सुधार होता है।
इस ब्लॉग में हमने बताया कि किडनी स्टोन के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है? हालांकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और किसी भी उपचार विकल्प को चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें। अगर आपको किडनी स्टोन या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है और आप आयुर्वेद में किडनी स्टोन का इलाज ढूंढ़ रहे हैं, तो आप कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक चिकित्सकों से अपना इलाज करवा सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे आपको किडनी स्टोन या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से छुटकारा मिल सकता है। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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