बदलते लाइफस्टाइल की वजह से किडनी से जुड़ी बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं, जिसकी वजह से किडनी रोगियों की संख्या में भी दिन पर दिन इजाफा देखने को मिलता है। बता दें कि किडनी रोगियों को सब कुछ खाने के लिए मना किया जाता है। ऐसे में उन्हें कुछ ही चीजें खाने की इजाजत होती है। ऐसे में अगर आप सोच रहे हैं कि किडनी रोगियों को किस प्रकार का आहार लेना चाहिए? तो चलिए जान लेते हैं।
किडनी रोगी अपने नाश्ते में कम मात्रा में पोटेशियम वाले फल जैसे क सेब, नाशपाती, ब्लूबेरी, तरबूज को शामिल कर सकते हैं। वहीं किडनी रोगी सब्जियों में केल, लाल शिमला मिर्च, लहसुन, प्याज जैसी कम पोटेशियम वाली सब्जियां भी खा सकते हैं। इसके साथ ही वे नाश्ते में चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स, फलों के जूस को शामिल कर सकते हैं। वहीं उन्हें ब्रेकफास्ट में कॉफी के बजाय चाय पीनी चाहिए।
वहीं किडनी के मरीज अपने लंच में शिमला मिर्च, तोरई, कद्दू, मूली, टिंडा, परवल, कुंदरू, शिमला मिर्च जैसी सब्जियों को शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही आप ये खाना या जैतून के या सूरजमुखी के तेल में ही बनाएं। ये आपके लिए बहुत हल्का खाना रहेगा, जिससे आपको काफी आराम मिलेगा। आप इसके साथ रोटी और सलाद भी शामिल कर सकते हैं।
किडनी के मरीज अपने डिनर में कम मात्रा में पोटेशियम वाली सब्जियां खा सकते हैं। इसके साथ ही आप सब्जियों का सूप, सलाद भी ले सकते हैं। इन चीजों का सेवन करने से आपकी किडनी में और समस्याएं नहीं आएंगी।
तो जैसा कि आपने जाना कि किडनी रोगियों को किस प्रकार का आहार लेना चाहिए? लेकिन फिर भी इस डाइट को फॉलो करने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें।
अगर आपको भी किडनी या उससे जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में आकर करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से किडनी और अन्य कई बीमारी के रोगियों का इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों का इलाज कर रहे हैं, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेलियर का इलाज कर रहा है।
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