किडनी डिटॉक्स करने के 5 आयुर्वेदिक उपचार

किडनी शरीर का सबसे जरूरी अंग मानी जाती है। किडनी ब्लड को फिल्टर करने का काम करती है, लेकिन कई बार लोग किडनी की हेल्थ को लेकर लापरवाह हो जाते हैं। इसकी वजह से किडनी में गंदगी जमा होने लगती है, जिसके चलते किडनी स्टोन बनने का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में किडनी का डिटॉक्स होना बहुत जरूरी है। तो चलिए किडनी डिटॉक्स करने के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानते हैं।

किडनी खराब होने के कारण

किडनी डिटॉक्स करने के घरेलू तरीके

1) तरबूज - किडनी को डिटॉक्स करने में तरबूज का जूस बहुत मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें 90% पानी होता है। इसमें कई शक्तिशाली पोषक तत्व भी होते हैं, जो किडनी को डैमेज होने से बचाते हैं। तरबूज में लाइकोपेन नाम का कंपाउंड पाया जाता है, जो इंफ्लेमेशन को खत्म कर सकता है। इसमें मौजूद फॉस्फेट, ऑक्जीलेट, साइट्रेट, कैल्शियम पाया जाता है, जो किडनी को डिटॉक्स करने में मदद कर सकते हैं।

2) अनार - अनार में भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम होता है, जो किडनी की सफाई के लिए जाना जाता है। इसका सेवन करने से किडनी में स्टोन बनने से बचाया जा सकता है। वहीं अनार या उसका जूस लेने से किडनी में जमा हो रहे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।

3) लाल अंगूर - लाल अंगूर में रिसवेराट्रॉल नाम का कंपाउंड मौजूद होता है। वहीं इसमें फ्लेवेनॉएड्स होते हैं, जो किडनी में इंफ्लेमेशन को पैदा नहीं होने देते हैं। वहीं अंगूर में एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो किडनी को अंदर तक साफ करने का काम करते हैं। इसमें मौजूद फ्लेवेनोएड्स खून की सफाई करके किडनी को डिटॉक्स करते हैं।

4) संतरे का जूस - संतरे में विटामिन-सी और साइट्रिक एसिड मौजूद होता है। संतरा खाने या उसका जूस पीने से किडनी में पथरी बनना बंद हो जाती है। यहां तक कि इसे पीने से किडनी भी डिटॉक्स होने लगती है।

5) फलों का जूस - फलों का जूस पीने से भी किडनी को आसानी से डिटॉक्स किया जा सकता है। इसके लिए आप नींबू, संतरे और तरबूज का जूस निकालकर पी सकते हैं। इससे आपको किडनी स्टोन बनने की शिकायत नहीं रहेगी और साथ ही शरीर में फ्लुइड का बैलेंस भी बना रहेगा। फ्रूट जूस लेने से आपकी किडनी भी डिटॉक्स रहेगी।

तो जैसा कि आपने जाना कि किडनी डिटॉक्स करने के आयुर्वेदिक उपाय कौन-कौन से हैं और किन तरीकों से आप घर बैठे किडनी में जमा गंदगी को बाहर निकाल सकते हैं, लेकिन इन उपायों को अपनाने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

अगर आपको भी ब्लड यूरिया का रोग या उससे जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में आकर करवा सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे किडनी को बिना डायलिसिस के ही ठीक किया जा सकता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस का आयुर्वेदिक इलाज या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक इलाज कर रहा है।

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