किडनी की कोशिकाओं में होने वाले कैंसर को किडनी कैंसर कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें किडनी की कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं और अनियंत्रित हो जाती हैं। समय के साथ यह कोशिकाएं गांठ या ट्यूमर बनाती हैं, जिसे किडनी कैंसर कहते हैं। किडनी रक्त से अपशिष्ट पदार्थों और अतिरिक्त पानी को निकालने के साथ-साथ कई अन्य कार्य करती है। शुरुआत में किडनी कैंसर के लक्षण स्पष्ट नहीं होते, लेकिन समय के साथ आप इसके लक्षणों को आसानी से पहचान सकते हैं। अगर आप भी किडनी कैंसर के घरेलू उपाय जानना चाहते हैं, तो ब्लॉग में बताए गए उपचार विकल्प आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। लेकिन, सबसे पहले आपके लिए किडनी कैंसर के लक्षण और कारण जानना ज़रूरी है।
किडनी कैंसर के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
कुछ जोखिम कारक किडनी कैंसर के विकास में योगदान दे सकते हैं, जैसे:
किडनी कैंसर का इलाज उसके प्रकार, कैंसर की स्थिति और मरीज की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। किडनी कैंसर के कुछ सामान्य उपचार इस प्रकार हैं:
जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट, अनसैचुरेटेड फैट और विटामिन-E जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं। यह तेल किडनी कैंसर के घरेलू उपाय का अच्छा विकल्प है। साथ ही जैतून के तेल में ऑलिक एसिड भी मौजूद होता है। इससे किडनी की सूजन को कम करने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।
किडनी कैंसर की बीमारी में पोषक तत्वों से भरपूर आहार बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आप अपने आहार में साबुत अनाज, प्रोटीन, ताजे फल और सब्जियां जोड़ सकते है। यह किडनी के कार्य को सपोर्ट करता है और शरीर को ताकत देता है। हालांकि, आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करके ही किसी आहार का सेवन करना चाहिए।
योग और ध्यान किडनी कैंसर और आपकी मानसिक स्थिति में सुधार करते हैं। अगर आप नियमित रूप से योग और ध्यान करते हैं, तो इससे तनाव को कम और शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
ग्रीन टी में कैटेचिन्स पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।
मोरिंगा यानी सहजन में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसके पाउडर को पानी, जूस या स्मूदी में मिलाकर पीने से किडनी और शरीर के अन्य अंगों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
अदरक में नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह शरीर की सूजन को कम करते हैं और कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं।
आंवला विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स का सबसे अच्छा स्रोत है। इससे किडनी और शरीर के बाकी अंगों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। साथ ही यह आपके इम्यून सिस्टम को भी बढ़ावा देता है।
हल्दी में करक्यूमिन होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं। दूध या शहद के साथ हल्दी का सेवन करने से कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है।
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। तुलसी के पत्ते चबाने या इसका काढ़ा पीने से शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही इसे किडनी कैंसर के उपचार में भी फायदेमंद माना जाता है।
धुम्रपान और शराब को किडनी कैंसर बड़ा कारण माना जाता है। साथ ही इनके ज्यादा सेवन से आपकी किडनी पर दबाव पड़ता है और कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे में धुम्रपान से परहेज और शराब के सीमित सेवन से आप किडनी कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
बताए गए किडनी कैंसर के घरेलू उपचार से इसकी रोकथाम संभव है, लेकिन आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें। कैंसर के घरेलू इलाज से पहले डॉक्टर से परामर्श करना ज़रूरी है। अगर आप या आपके अपनों को स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो आप भी कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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